शहडोल अस्पताल में भर्ती बच्चों के परिजनों से रू-ब-रू हुए स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी

Health Minister Dr. Chaudhary interacted with the families of children admitted to Shahdol Hospital

शहडोल अस्पताल में भर्ती बच्चों के परिजनों से रू-ब-रू हुए स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी
रिपोर्ट। ब्यूरो CTN भारत, भोपाल

शहडोल अस्पताल में भर्ती बच्चों के परिजनों से रू-ब-रू हुए स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी

  • व्यवस्थाओं में ढिलाई बरतने पर सिविल सर्जन और सीएमएचओ को हटाया
  • इलाज में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी

 
भोपाल। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने मंगलवार 8 दिसम्बर को शहडोल जिला चिकित्सालय पहुँचकर निरीक्षण किया। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने अस्पताल के बच्चा वार्ड में भर्ती बच्चों के परिजनों सहित विभिन्न वार्डों में भर्ती मरीजों से अस्पताल में मिल रही स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने अस्पताल की व्यवस्थाओं में ढिलाई बरतने पर जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश पाण्डे और सिविल सर्जन डॉ. व्ही.एस. वारिया को मौके से ही अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य को फोन कर तुरंत हटाने के निर्देश दिये। डॉ. चौधरी ने कहा कि बच्चों के इलाज और अस्पताल की व्यवस्थाओं में ढिलाई और लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं होगी।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने अस्पताल में गहन शिशु चिकित्सा इकाई में भर्ती बच्चों के स्वास्थ्य के संबंध में चिकित्सकों से और बच्चों के परिजनों से विस्तार से जानकारी ली। गहन चिकित्सा इकाई में उपलब्ध वेन्टिलेटर और दवाइयों के बारे में चिकित्सकों से पूछा। मंत्री डॉ. चौधरी को बताया गया कि शहडोल जिला चिकित्सालय शिशु गहन चिकित्सा इकाई में 31 बच्चे भर्ती हैं। उन्होंने इस मौके पर आउट बोर्न यूनिट मे जाकर भर्ती बच्चों को भी देखा। वहां पदस्थ ड्यूटी डॉक्टर्स से इलाज के बारे में जानकारी ली। डॉ. चौधरी ने शहडोल जिला चिकित्सालय के ड्यूटी डॉक्टर और अन्य चिकित्सकों से कहा कि बच्चों के उपचार में किसी प्रकार की लापरवाही और कमी नहीं रहना चाहिये। जहाँ जरूरत है वहां पर जबलपुर मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञों से परामर्श लेकर उपचार उपलब्ध करवायें। उन्होंने बच्चों के परिजनों और मौके पर मौजूद जन-प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को समझाइश दें, जागरूक करें कि वो बच्चों के बीमार होने पर उन्हें तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र ले जाकर इलाज करवाने में देर नहीं करें।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने गहन चिकित्सा शिशु इकाई में भर्ती बच्चों के परिजनों श्रीमती मीना सिंह, श्रीमती लक्ष्मी से उनके बच्चों के उपचार के संबंध में विस्तार से बातचीत की। परिजनों ने बताया कि चिकित्सकों द्वारा बच्चों की समय-समय पर देखरेख की जा रही है और दवाइयाँ भी दी जा रही है।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने शहडोल एनआरसी का निरीक्षण किया

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने शहडोल जिला चिकित्सालय स्थित एनआरसी केन्द्र का निरीक्षण किया। उन्होंने वार्ड में भर्ती बच्चों को उपलब्ध कराये जा रहे पोषण आहार और चिकित्सकीय सुविधाओं की जानकारी सीधे बच्चों के माताओं से प्राप्त की। वार्ड में भर्ती नन्हीं बालिका लक्ष्मी की मौसी रानी सिंह ने बताया कि लक्ष्मी अपनी बहन सरस्वती के साथ जुड़वा पैदा हुई थी। सरस्वती स्वस्थ है और घर पर है जबकि लक्ष्मी का स्वास्थ्य कमजोर होने पर उसे एनआरसी केन्द्र में भर्ती किया गया है। बच्ची के स्वास्थ्य में सुधार हुआ है। मंत्री डॉ. चौधरी ने डेढ़ वर्षीय बालक प्रवीण और ढ़ाई वर्षीय अदिति को गोद में उठाकर बच्चों के परिजनों से एनआरसी में मिल रही सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की।

फीमेल, सर्जिकल, मेडिकल वार्डों का भी किया निरीक्षण

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने शहडोल जिला चिकित्सालय के फीमेल, मेडिकल, सर्जिकल सहित अन्य वार्डों का भी निरीक्षण किया। वार्डों में भर्ती उपचाररत मरीजों से उन्हें उपलब्ध कराये जा रहे उपचार के बारे में जानकारी प्राप्त की। मंत्री डॉ. चौधरी ने मरीजों के साथ सह्रदयतापूर्वक व्यवहार रखने की चिकित्सकों को हिदायत दी। उन्होंने जिला चिकित्सालय के दवा वितरण केन्द्र पर उपलब्ध दवाइयों और मरीजों को दी जा रही दवाइयों की भी जानकारी प्राप्त की। सांसद शहडोल श्रीमती हिमान्द्री सिंह, विधायक श्री जय सिंह मरावी, श्रीमती मनीषा सिंह, कमिश्नर शहडोल श्री नरेश पाल, कलेक्टर डॉ. सत्येन्द्र सिंह, डीन शहडोल मेडिकल कॉलेज डॉ. मिलिंद सिलारकर, अपर संचालक स्वास्थ्य डॉ. वीणा सिन्हा निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी के साथ थीं।