भारतवासी की भुजाओं में वो बल है, जो अकल्पनीय को साकार कर देता है- पीएम मोदी

Prime Minister Narendra Modi has inaugurated the Vishwanath Corridor Dham (Kashi Vishwanath corridor) today. The Center and the UP government have made this occasion a huge and comprehensive program. 12 CMs and 9 Deputy CMs of BJP ruled states have reached Varanasi to attend this program. PM Modi attended Ganga Aarti.

भारतवासी की भुजाओं में वो बल है, जो अकल्पनीय को साकार कर देता है- पीएम मोदी
रिपोर्ट। एडिटर। दीपक कोल्हे

भारतवासी की भुजाओं में वो बल है, जो अकल्पनीय को साकार कर देता है- पीएम मोदी

डेस्क रिपोर्ट। सदियों की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत समेटे पुरातन नगरी वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ का भव्य और दिव्य स्वरूप आज लोगों के सामने आ रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज विश्वनाथ कॉरिडोर धाम ( Kashi Vishwanath corridor) का भव्य अनुष्ठान के बाद लोकार्पण कर दिया है. इस मौके को केंद्र और यूपी सरकार ने विशाल और व्यापक कार्यक्रम बना दिया है. पीएम मोदी गंगा आरती में शामिल हुए.

पीएम मोदी ने कहा कि काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण, भारत को एक निर्णायक दिशा देगा, एक उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएगा. ये परिसर, साक्षी है हमारे सामर्थ्य का, हमारे कर्तव्य का. अगर सोच लिया जाए, ठान लिया जाए, तो असंभव कुछ भी नहीं. हर भारतवासी की भुजाओं में वो बल है, जो अकल्पनीय को साकार कर देता है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब भी काशी ने करवल ली है देश का भाग्य बदला है. पीएम मोदी ने कहा कि हम तप जानते हैं, तपस्या जानते हैं, देश के लिए दिन रात खपना जानते हैं. चुनौती कितनी ही बड़ी क्यों ना हो, हम भारतीय मिलकर उसे परास्त कर सकते हैं. 

जगद्गुरू शंकराचार्य को डोम राजा की पवित्रता से प्रेरणा मिली
पीएम मोदी ने कहा कि बनारस वो नगर है जहां से जगद्गुरू शंकराचार्य को डोम राजा की पवित्रता से प्रेरणा मिली, उन्होंने देश को एकता के सूत्र में बांधने का संकल्प लिया. ये वो जगह है जहां भगवान शंकर की प्रेरणा से गोस्वामी तुलसीदास जी ने रामचरित मानस जैसी अलौकिक रचना की. छत्रपति शिवाजी महाराज के चरण यहां पड़े थे. रानीलक्ष्मी बाई से लेकर चंद्रशेखर आज़ाद तक, कितने ही सेनानियों की कर्मभूमि-जन्मभूमि काशी रही है.  भारतेन्दु हरिश्चंद्र, जयशंकर प्रसाद, मुंशी प्रेमचंद,पंडित रविशंकर, और बिस्मिल्लाह खान जैसी प्रतिभाएं इस स्मरण को कहां तक ले जाया जाए. 

पीएम मोदी ने कहा कि काशी अहिंसा,तप की प्रतिमूर्ति चार जैन तीर्थंकरों की धरती है. राजा हरिश्चंद्र की सत्यनिष्ठा से लेकर वल्लभाचार्य,रमानन्द जी के ज्ञान तक चैतन्य महाप्रभु,समर्थगुरु रामदास से लेकर स्वामी विवेकानंद, मदनमोहन मालवीय तक कितने ही ऋषियों,आचार्यों का संबंध काशी की पवित्र धरती से रहा है.

यहां अगर औरंगजेब आता है तो शिवाजी भी उठ खड़े होते हैं- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि कालांतर में आतताइयों की नजर काशी पर रही है. लेकिन यहां अगर औरंगजेब आता है तो शिवाजी भी उठ खड़े होते हैं. अगर कोई सालार मसूद इधर बढ़ता है तो राजा सुहेलदेव जैसे वीर योद्धा उसे हमारी एकता की ताकत का अहसास करा देते हैं. और अंग्रेजों के दौर में भी, वारेन हेस्टिंग का क्या हश्र काशी के लोगों ने किया था, ये तो काशी के लोग जानते ही हैं. उन्होंने कहा कि आतातायियों ने इस नगरी पर आक्रमण किए, इसे ध्वस्त करने के प्रयास किए. औरंगजेब के अत्याचार, उसके आतंक का इतिहास साक्षी है. जिसने सभ्यता को तलवार के बल पर बदलने की कोशिश की, जिसने संस्कृति को कट्टरता से कुचलने की कोशिश की. लेकिन इस देश की मिट्टी बाकी दुनिया से कुछ अलग है.