10वीं-12वीं छात्रों के लिए अपडेट, कॉपियों के मूल्यांकन का काम शुरू, इस बार नियम सख्त, शिक्षकों को भी करना होगा पालन, अप्रैल में आएंगे नतीजे
This time MP Board has taken strict action on the evaluation of copies. In this, teachers making mistakes in copy checking will be punished under the answer sheet evaluation guidelines. If they make mistakes in evaluation such as giving more or less marks, they will be fined.
10वीं-12वीं छात्रों के लिए अपडेट, कॉपियों के मूल्यांकन का काम शुरू, इस बार नियम सख्त, शिक्षकों को भी करना होगा पालन, अप्रैल में आएंगे नतीजे
इस बार एमपी बोर्ड ने कॉपियों के मूल्याकंन पर सख्ती बरती है। इसमें आंसरशीट इवैल्युएशन गाइडलाइन के तहत कॉपी चेकिंग में गलती करने वाले टीचर्स को सजा मिलेगी। अगर उन्होंने मूल्यांकन में गलती जैसे नंबर कम या ज्यादा दिए, तो उनपर जुर्माना लगाया जाएगा।
मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल के 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए महत्वपूर्ण खबर है। 22 फरवरी से कॉपियों का मूल्यांकन कार्य शुरू हो गया है। पहले चरण में 80 हजार उत्तरपुस्तिका जांचने का लक्ष्य रखा गया है। हर दिन करीब 2500 से 3000 उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन किया जा रहा है। जिस कक्ष में कॉपियां चेक हो रही है वहां सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है, ताकी कोई गड़बड़ी ना हो।इस साल करीब 17 लाख विद्यार्थियों की एक करोड़ 10 लाख उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जाएगा।
उत्तरपुस्तिका में लगा है बारकोड, शिक्षक नहीं दे पाएंगे मनमाने अंक
खास बात ये है कि इस बार 10वीं-12वीं की सभी उत्तरपुस्तिका पर बार कोड लगाकर विद्यार्थियों की पहचान छिपाई गई है, ऐसे में शिक्षक पता नहीं लगाए पाएंगे कि किस विद्यार्थी की कौन सी उत्तरपुस्तिका है और ना ही किसी भी छात्र को मनमाने अंक नहीं दे पाएंगे। अगर किसी विद्यार्थी के जीरो या 99 अंक आएंगे तो उसकी उत्तरपुस्तिका तीन बार जांची जाएगी। विषय शिक्षक के बाद उप मुख्य परीक्षक व मुख्य परीक्षक भी इनकी कॉपियों को जांचेंगे। एक शिक्षक अधिकतम 30 या 45 उत्तरपुस्तिका ही जांचेंगे।
प्रति कॉपी शिक्षकों को मिलेंगे इतने रुपए, मूल्यांकन में इन बातों का रखना होगा विशेष ध्यान
पहले चरण में कॉपी चेकिंग में उन टीचरों की ड्यूटी लगाई गई है जो परीक्षा में व्यस्त नहीं हैं। जिनकी ड्यूटी पहले से ही एग्जाम में लगी है, उन्हें लास्ट फेज में मूल्यांकन में लगाया जाएगा।जब तक बोर्ड परीक्षा चलेगी, तब तक दोपहर दो से शाम छह बजे तक मूल्यांकन होगा।
परीक्षा खत्म होने पर सुबह 10 से शाम छह बजे तक मूल्यांकन कार्य होगा। हर एक मूल्यांकनकर्ता को प्रतिदिन अधिकतम 45 कापियां जांचना होंगी। कुल चार चरणों में चार लाख से अधिक कापियां जांच के लिए मूल्यांकन केंद्र आएगी।मूल्यांकनकर्ताओं को 10वीं की प्रति कापी जांचने पर 15 रुपये और 12वीं की 16 रुपये मिलेंगे।
मूल्यांकन में गलती की तो लगेगा जुर्माना
इस बार एमपी बोर्ड ने कॉपियों के मूल्याकंन पर सख्ती बरती है। इसमें आंसरशीट इवैल्युएशन गाइडलाइन के तहत कॉपी चेकिंग में गलती करने वाले टीचर्स को सजा मिलेगी। अगर उन्होंने मूल्यांकन में गलती जैसे नंबर कम या ज्यादा दिए, तो उनपर जुर्माना लगाया जाएगा। जितने भी नंबर कम या ज्यादा होंगे, उनके लिए हर एक नंबर पर मूल्यांकन फीस में से 100 रुपये काट लिए जाएंगे।यदि उत्तर गलत है, तो शून्य देने के लिए क्रास के साथ शून्य चढ़ाना भी होगा। वहीं जो भी शिक्षक ठीक से मूल्यांकन नहीं करेगा, तो उसे हटा दिया जाएगा।
15 अप्रैल तक रिजल्ट संभव
लोकसभा चुनाव के चलते मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा 5 फरवरी से कक्षा 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो गई है, अबतक कई विषयों के पेपर हो चुके है। 10वीं परीक्षाएं 28 फरवरी तक और 12वीं के एग्जाम 5 मार्च तक चलेंगे। 10वीं का आखिरी पेपर एनक्यूएसएफ और एआई तो 12वीं का आखिरी पेपर उर्दू और मराठी के होंगे।
कॉपियों की जांच पूरी होते ही छात्रों को मिले नंबर एमपी बोर्ड के ऑनलाइन पोर्टल पर अपलोड होंगे, फिर उसके आधार पर एमपी बोर्ड परीक्षा परिणाम 2024 तैयार किया जाएगा।मंडल का दावा है कि 15 अप्रैल तक दोनों कक्षाओं का परिणाम जारी कर दिया जाएगा।रिजल्ट जारी होने के बाद छात्र मंडल की वेबसाइट mpbse.nic.in पर नतीजे चेक कर पाएंगे।
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