मोदी जी के जन्मदिन पर बना रक्तदान का वर्ल्ड रिकॉर्ड - ऐतिहासिक बन गया पीएम का जन्मदिवस

World record for blood donation made on Modi's birthday - PM's birthday will be historic

मोदी जी के जन्मदिन पर बना रक्तदान का वर्ल्ड रिकॉर्ड - ऐतिहासिक बन गया पीएम का जन्मदिवस
रिपोर्ट। एडिटर। दीपक कोल्हे

मोदी जी के जन्मदिन पर बना रक्तदान का वर्ल्ड रिकॉर्ड - ऐतिहासिक बन गया पीएम का जन्मदिवस  

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के जन्मदिन पर देश भर में तरह तरह के आयोजन के साथ कई अभियान भी चलाए गए हैं। इसी कड़ी में एक अभियान रक्तदान का भी है, जिसने अब वर्ल्ड रिकॉर्ड बना लिया है। 87137 लोगों ने रक्तदान कर नया वर्ल्ड रिकॉर्ड तैयार किया है। पहले 86000 लोगों के 1 दिन में रक्तदान करने का विश्व रिकॉर्ड था।

इस अभियान के तहत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने भी सफदरगंज में रक्तदान किया. मंत्री ने रक्तदान अमृत महोत्सव में शामिल होने के लिए लोगों से आरोग्य सेतु एप या ई रक्तकोष पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराने का भी अनुरोध किया है। यह रक्तदान अभियान 1 अक्टूबर राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस तक चलाया जाएगा।

स्वास्थ्य मंत्री मांडविया ने लोगों से रक्तदान करने की अपील करते हुए कहा है कि यह एक महान काम है और हमारी संस्कृति और सेवा की परंपरा के मुताबिक में सभी नागरिकों से देशभर में चल रहे विशाल स्वैच्छिक रक्तदान अभियान में रक्तदान करने की अपील कर रहा हूं। इससे न केवल राष्ट्र की जरूरत पूरी होगी बल्कि यह सबसे बड़ी सेवा है।

अगर आंकड़ों पर ध्यान दिया जाए तो भारत में हर साल लगभग 1.5 करोड़ यूनिट ब्लड की आवश्यकता पड़ती है। हर 2 सेकेंड में एक मरीज ऐसा होता है जिसे ब्लड चढ़ाने की जरूरत पड़ती है। हर तीन व्यक्तियों में से एक को कभी ना कभी जीवन में रक्त की जरूरत पड़ती है। आधुनिक हो चुकी दुनिया के पास आज भी रक्त का कोई दूसरा विकल्प नहीं है। 1 यूनिट रक्त से तीन जिंदगियों को बचाया जा सकता है। हर व्यक्ति के शरीर में 5 से 6 लीटर रक्त होता है और वह चाहे तो हर 90 दिन में रक्तदान कर सकता है।

इस रक्तदान शिविर को एक विशेष मकसद के साथ शुरू किया गया है। इस अभियान का लक्ष्य 1 दिन में एक लाख यूनिट रक्त इकट्ठा करना है। इसी के साथ लोग रक्तदान के प्रति जागरूक भी होंगे। केंद्र राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों से जुड़े सभी मंत्रालय सरकारी और गैर सरकारी विभाग, सामुदायिक संगठन और आम जनता इस अभियान में हिस्सा लेने वाली है।