छिंदवाड़ा जिला बना रेमडेसिवर इंजेक्शन के ब्लेक करने वालो का अड्डा - देखे पूरी खबर

Continuously raiding the people who block the release of Remedesiver injection

छिंदवाड़ा जिला बना रेमडेसिवर इंजेक्शन के ब्लेक करने वालो का अड्डा - देखे पूरी खबर
रिपोर्ट। दीपक कोल्हे एडिटर

"इंसानियत के नाम पर नरपिशाच" प्रदेश में लगातार जारी रेमडेसिवर इंजेक्शन के ब्लेक करने वालो की धरपकड़ 

 

छिंदवाड़ा। सिवनी जिले के लखनादौन निवासी कमलेश्वर दीक्षित को ग्वालियर में 5 रेमडेसिवर इंजेक्शन ब्लेक में बेचते समय  Special Task Force ने रंगे हाथो पकड़ा था जिसे  कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी ने बताया की इंजेक्शन सिवनी और छिंदवाड़ा के निजी अस्पतालों से खरीदकर उसे अलग अलग शहर में मोटी रकम से बेचना बताया गया। हालांकि की आरोपी ने कितने इंजेक्शन और कहा कहा बेचा हे ये खुलासा होना बाकी हे वही आरोपी के द्वारा जब सिवनी और छिंदवाड़ा के दर्जनों  हॉस्पिटलों का नाम लिया गया तो तुरंत ही एसटीफ की टीम इन दोनों जिलों में जांच के लिए पहुंच कर पुरे मामले की बारीकी से छानबीन में लग गई है। 

गौरतलब हे की कल रात में भी छिंदवाड़ा के बहुचर्चित बालाजी हॉस्पिटल के स्टाफ भी रेमडेसिवर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए पकडे गए जिनकी सघनता से पूछताछ चल रही।  अंदाजा लगाया जा रहा हे की जांच होने पर कुछ बड़ा खुसाला होने का अंदेशा हे 

पहले भी हमने समाचारो के माध्यम से अवगत कराया था की कोरोना मरीजों को लगाया जाने वाला इन्जेस्शन क्या वाकई मरीजों को लगाए जा रहे या नहीं इन सभी सवालों के जवाब में छिंदवाड़ा प्रभारी अरविन्द भदौरिया ने भी पूर्व में भी प्रेस वार्ता के दौरान जिला प्रशासन को आदेश दिया था की प्रत्येक वह मरीज जिन्हे रेमडेसिवर इंजेक्शन लगाया गया हे उनके नाम और मोबाइल नंबर सार्जनिक किये जाये परन्तु छिंदवाड़ा प्रशासन हमेशा की तरह आदेशों को ठन्डे बास्ते में डाल देते हे और आम जनता को मुर्ख समझते हे 

वही प्रदेश में मुखिया शिवराज सिंह चौहान  ने कहा है की दवाइयों और रेमडेसिवर इंजेक्शनो में गड़बड़ी करने वाले इंसान कहलाने के लायक नहीं, ये हैवान है।  उन्होंने सख्त लहजे में कहा की ऐसे मामलो में लिप्त कोई भी व्यक्ति हो, उसे बक्शा नहीं जायेगा ऐसे इंसानियत के दुश्मनो के खिलाफ रासुका की कारवाही की जा रही है , साथ ही उनकी सम्पतियाँ भी राजसात की जाएगी