मध्यप्रदेश में कोरोना ने पकड़ी रफ्तार, इन जिलों में हालात गंभीर, लग सकता है नाइट कर्फ्यू 

Corona catches speed in Madhya Pradesh, situation in these districts is serious, night curfew may take place

मध्यप्रदेश में कोरोना ने पकड़ी रफ्तार, इन जिलों में हालात गंभीर, लग सकता है नाइट कर्फ्यू 
रिपोर्ट। ब्यूरो CTN भारत, भोपाल

मध्यप्रदेश में कोरोना ने पकड़ी रफ्तार, इन जिलों में हालात गंभीर, लग सकता है नाइट कर्फ्यू 

भोपाल। एक बार फिर महाराष्ट्र के बाद मध्य प्रदेश में भी कोरोना (Coronavirus) का कहर तेजी से जारी है। आए दिन 500 से ज्यादा नए केस सामने आ रहे है।पिछले 24 घंटे में 600 से ज्यादा मामले सामने आए है और 4 की मौत हो गई है। इसमें इंदौर और भोपाल में हालात सबसे गंभीर बने हुए है। 2021 में सबसे ज्यादा केस एक दिन में 11 मार्च को इंदौर में 219 व भोपाल में 138 केस मिले, जिसके बाद नाइट कर्फ्यू  की संभावना बढ़ गई है। आज होने वाली आपदा समूह की बैठक में देर शाम तक इस पर फैसला लिया जा सकता है।

मध्य प्रदेश में 11 मार्च को 14,378 टेस्ट हुए, जिसमें से 603 की रिपोर्ट पाॅजिटिव (Corona Positive) आई। इस दौरान इंदौर-छिंदवाड़ा में एक-एक मरीज की मौत भी हुई है।वही 23 फरवरी को एक्टिव केस 2151 थे, जो 11 मार्च को बढ़ कर 4335 हो गए हैं। इंदौर में सबसे ज्यादा 2906 एक्टिव केस हैं।इंदौर में अब तक 61642 लोगों को कोरोना (Coronavirus) हो चुका है इसके बाद भोपाल में यह संख्या 1990 है। स्वास्थ्य विभाग की माने तो पाॅजिवटी रेट भी 4 % हो गया है, जो की खतरे की घंटी के संकेत है।

लगातार बढ़ते आंकड़ों  को देखते भोपाल कलेक्टर और इंदौर कलेक्टर द्वार सख्ती की जा रही है। स्कूल-कॉलेज समेत जगहों पर मास्क अनिवार्य कर दिया गया है।वही लापरवाहों पर दंडात्मक कार्रवाई की जा रही है।नाइट कर्फ्यू की बजाय शनिवार, रविवार को बाजार बंद रखने जैसे फैसले पर भी विचार हो रहा है। आज इंदौर में आपदा समूह की बैठक बुलाई गई है, जिसमें नाइट कर्फ्यू पर फैसला लिया जा सकता है। इसमें नाइट कर्फ्यू की बजाय शनिवार, रविवार को बाजार बंद रखने जैसे फैसले पर भी विचार हो रहा है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसके संकेत कोरोना की समीक्षा बैठक में दिए थे। उन्होंने कहा कि यदि लोगों ने सतर्कता नहीं बरती तो नाइट कर्फ्यू लगाने का निर्णय लेना पड़ेगा। हालांकि उन्होंने लॉकडाउन  करने से इंकार कर दिया है।

इधर इन आंकड़ों को देखते हुए मप्र विधानसभा  के अध्यक्ष ने भी बड़ा फैसला लिया है। इसके तहत बजट सत्र के दौरान अब सभी दीर्घाओं में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया है।इसके साथ ही BJP-कांग्रेस या फिर अन्य विधायकों को अब उनको अपने साथ एक व्यक्ति को ही विधानसभा में लाने की अनुमति होगी।