कोरोना के कष्ट को भूलें नहीं : सावधानी जरूरी है - प्रदेश के इन जिलों में बड़े मरीज 

Do not forget the suffering of Corona: Caution is necessary - big patients in these districts of the state

कोरोना के कष्ट को भूलें नहीं : सावधानी जरूरी है - प्रदेश के इन जिलों में बड़े मरीज 
रिपोर्ट। एडिटर दीपक कोल्हे

कोरोना के कष्ट को भूलें नहीं : सावधानी जरूरी है - प्रदेश के इन जिलों में बड़े मरीज 

  • कोरोना की तीसरी लहर के लिए सभी तैयारियाँ हों सर्वश्रेष्ठ : मुख्यमंत्री श्री चौहान

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में प्रतिदिन कोरोना के प्रकरण 33 तक रह गए थे, परंतु उसके बाद 38, फिर 40 तथा आज 43 नए प्रकरण आए हैं। यद्यपि ये बहुत कम हैं, तथापि हमें पूर्ण रूप से चौकन्ना एवं सावधान रहना होगा। हम किसी भी हालत में कोरोना संक्रमण को प्रदेश में बढ़ने नहीं दे सकते। हमें तीसरी लहर से बचना ही है, हर व्यक्ति कोविड अनुरूप व्यवहार करे तथा कोविड प्रोटोकॉल का शत-प्रतिशत पालन सुनिश्चित किया जाए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रत्येक जिले में अधिक से अधिक कोरोना के टेस्ट किए जाएँ, पॉजिटिव मरीज को आयसोलेट कर इलाज किया जाए, उसकी कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की जाए तथा माइक्रो कंटेनमेंट क्षेत्र बनाए जाएँ। किल कोरोना अभियान जारी रहे। थोड़ी भी ढिलाई भारी पड़ सकती है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय में प्रदेश में कोरोना की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने विशेष रूप से चार जिलों इंदौर, भोपाल, जबलपुर एवं बैतूल, जहाँ थोड़े प्रकरण बढ़े हैं, की समीक्षा की। बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, स्वास्थ्य आयुक्त आकाश त्रिपाठी आदि उपस्थित थे।

यदि एक पॉजिटिव मिलेगा तो 25 की कांटेक्ट ट्रेसिंग करेंगे 

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के लिए टेस्टिंग और ट्रेसिंग सघन रूप से जारी हैं। प्रदेश में प्रतिदिन 75 हजार से अधिक टेस्ट हो रहे हैं। यदि एक व्यक्ति पॉजिटिव मिलता है तो 25 लोगों की कांटेक्ट ट्रेसिंग की जा रही है। यह इस उद्देश्य से है कि संक्रमण बढ़ने की किसी भी स्थिति को तत्काल नियंत्रित किया जा सके। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि टीकाकरण कोरोना से बचाव का सशक्त उपाय है। जिन लोगों ने पहली डोज लगवाई है वे निश्चित समय के बाद टीके की दूसरी डोज अवश्य लगवायें।

शिशुओं के उपचार की गाइड लाइन जारी

प्रदेश में विशेषज्ञों की समिति द्वारा गहन अध्ययन के पश्चात शिशुओं के उपचार की विस्तृत प्रोटोकॉल गाइड लाइन जारी की गई है। साथ ही अभिभावक बच्चों के साथ वार्ड में रह सकें, इसके लिए भी निर्देश जारी किए गए हैं। होम आयसोलेशन में रहने वाले बच्चों के अभिभावकों को प्रशिक्षित किया जाएगा।

हर मेडिकल कॉलेज व जिला अस्पताल आदर्श हो

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि प्रदेश का हर मेडिकल कॉलेज एवं जिला अस्पताल आदर्श हो, जिससे आस-पास के क्षेत्रों के व्यक्तियों को वहीं अच्छे से अच्छा इलाज मिल जाए। इलाज के लिए बड़े शहरों में न जाना पड़े।

अस्पतालों का प्रबंधन चिकित्सकों के पास न रहे

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि अस्पतालों के प्रबंधन के लिए प्रबंधन के व्यक्तियों को नियुक्त किया जाए। अस्पताल प्रबंधन के कार्य में चिकित्सकों को न लगाया जाए।

शीघ्र प्रारंभ हो जिला अस्पतालों में सीटी स्केन व्यवस्था

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि प्रदेश के सभी जिला चिकित्सालयों एवं चिकित्सा महाविद्यालयों में सीटी स्केन व्यवस्था शीघ्र प्रारंभ की जाए। बताया गया कि वर्तमान में 14 जिला चिकित्सालयों में यह सुविधा प्रारंभ हो गई है, शेष सभी जिला चिकित्सालयों एवं चिकित्सा महाविद्यालयों में आगामी अक्टूबर माह तक प्रारंभ हो जाएगी।